नारायण राणे ने एक जनसभा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कही थी. उनकी इस टिप्पणी के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणे के घर के बाहर जमकर हंगामा किया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प भी हुई.
ईमानदार और निड़र पत्रकारिता के हाथ मजबूत करने के लिए विंध्यलीडर के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब और मोबाइल एप को डाउनलोड करें
मुंबई । महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राणे ने रत्नागिरी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसने अदालत ने खारिज कर दिया. हिरासत में लिए जाने के बाद अब राणे की रत्नागिरी कोर्ट में पेशी हो सकती है, इसके चलते अदालत की सुरक्षा बढ़ाई गई है.

गिरफ्तार किए जाने के बाद अब राणे का मेडिकल टेस्ट किया जाएगा. महाराष्ट्र के सीएम के खिलाफ उनकी टिप्पणी पर उनके खिलाफ प्राथमिकी रद्द करने की मांग की याचिका कल बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर की जाएगी. उनके वकील का कहना है कि अदालत के आधिकारिक घंटे खत्म होने के कारण आज याचिका दायर नहीं की जा सकी. राणे की याचिका पर तत्काल सुनवाई की याचिका दायर की गई है.
राणे की गिरफ्तार के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, हम उद्धव ठाकरे को लेकर दिए गए राणे के बयान का समर्थन नहीं करते हैं लेकिन मैं एक व्यक्ति के तौर पर और हमारी पार्टी उनके साथ खड़ी है. शर्जील उस्मानी ने भारत माता को गाली दी थी लेकिन उस पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई लेकिन राज्य सरकार ने नारायण राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली.
इससे पहले रत्नागिरी के संगामेश्वर थाने का एक वीडियो सामने आया था जिसमें नारायण राण के समर्थकों और पुलिस के बीच कहासुनी होती देखी जा सकती है.

इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी उनकी जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार दिया. जिसके बाद नासिक पुलिस के विशेष दस्ते ने रत्नागिरी जाकर उन्हें हिरासत में ले लिया. इससे पहले शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राणे के खिलाफ नासिक, पुणे, ठाणे और महाड़ में चार एफआईआर दर्ज कराई थीं. इस बयान के बाद शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच भी तनाव बढ़ गया है. वहीं चिपलून स्थित राणे के आवास के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई. इस दौरान दोनों ओर खूब पथराव हुए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा.
नाशिक पुलिस आयुक्त दीपक पांड ने उपायुक्त संजय बरकुंड को राणे को गिरफ्तार करने और उन्हें कोर्ट में पेश करने के लिए एक टीम बनाने को कहा था. आदेश में पांडे ने कहा, ‘मामले की गंभीरता को देखते हुए, मैंने डीसीपी स्तर के अधिकारी संजय बरकुंड को एक टीम गठित करने और गिरफ्तार करने के बाद राणे को कोर्ट के सामने पेश करने के लिए कहा है.’
नाशिक में साइबर पुलिस ने शिवसेना के स्थानीय इकाई प्रमुख की शिकायत पर राणे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 500, 505(2), 153(b)(1) के तहत मामला दर्ज किया है. इसके बाद पुलिस आयुक्त ने केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए थे और इसके लिए टीम गठित की थी. पुणे युवा सेना की शिकायत के बाद आईपीसी की धारा 153 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है. महाड़ में भी शिवसेना कार्यकर्ता की शिकायत पर FIR दर्ज हई है.

क्या था मामला
बीते सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रायगढ़ पहुंचे राणे ने सीएम ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कही थी. उन्होंने कहा था, ‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को स्वतंत्रता का वर्ष नहीं पता. वो अपने भाषण के दौरान स्वतंत्रता के वर्षों की गिनती पूछने के लिए पीछे झुक गए. अगर मैं वहां होता, तो उन्हें थप्पड़ मारता.’ बीजेपी नेता ने दावा किया है कि ठाकरे अपने भाषण के दौरान स्वतंत्रता का वर्ष भूल गए थे.
राणे के बयान के बाद शिवसेना ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी ने मुंबई समेत कई जगहों पर पोस्टर लगा दिए हैं, जिनमें राणे को ‘कोंबडी चोर’ यानी मुर्गी चोर बताया गया है. खास बात यह है कि शिवसेना के सदस्य रह चुके राणे करीब 5 दशक पहले चेंबूर में पोल्ट्री शॉप चलाते थे