आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह वर्तमान में मेरठ एसपी देहात के पद पर तैनात हैं. इनका एक वसूली वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक व्यापारी से पहली किस्त में 20 लाख रुपये मांगते हुए दिख रहे हैं.
वीडियो कॉल के माध्यम से व्यापारी से 20 लाख रुपये माँगने वाले आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि वीडियो में वसूली नहीं मांगी गई बल्कि यह ट्रैप था.
मेरठ । वायरल वीडियो पर एसपी रूरल मेरठ अनिरुद्ध कुमार का कहना है- जब वह ASP चैतगंज वाराणसी थे, वीडियो में सनबीम स्कूल के मालिक पर रेप का मुकदमा दर्ज हुआ था। यह लगभग डेढ़ साल पुराना वीडियो है जिसमें आरोपी पक्ष के द्वारा लगातार इन्फ्लुएंस करने का प्रयास किया जा रहा था।
मेरठ में तैनात एस पी रूरल अनिरुद्ध कुमार ने विंध्यलीडर को बताया कि तब उसे ट्रैप करने के लिए उससे बातचीत की गई थीं । ये सभी बातें आला ऑफ़िसर्स के संज्ञान में है। इस वीडियो के आधार पर उनका ट्रांसफर ए एस पी इंटेलिजेंस में हुआ था। वीडियो की जांच में क्लीन चिट मिली। फिर उनकी पोस्टिंग एएसपी फतेहपुर और एस पी रुरल मेरठ हुई। अब इस पुराने वीडियो को किसी ने डेढ़ साल बाद फिर वायरल किया है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस प्रकरण पर ट्वीट किया है- ‘उप्र में एक आईपीएस की वसूली के इस वीडियो के बाद क्या बुलडोज़र की दिशा उनकी तरफ़ बदलेगी या फिर फ़रार आईपीएस की सूची में एक नाम और जोड़कर संलिप्त भाजपा सरकार ये मामला भी रफ़ा-दफ़ा करवा देगी। उप्र की जनता देख रही है कि ये है अपराध के प्रति भाजपा की झूठी ज़ीरो टालरेंस की सच्चाई।’
वहीं इस वीडियो के बारे में मेरठ पुलिस ने ट्वीट का बताया है कि उपरोक्त वीडियो 02 वर्ष से अधिक पुराना है जिसका संबंध जनपद मेरठ से नहीं है।