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सिर पर हैवान था सवार, बहू पर 22 और बच्ची पर 16 बार किया वार
गुरुग्राम । राजेंद्र पार्क के मकान नंबर A-80 में मंगलवार रात मौत ने दो बार दस्तक दी। चार लोगों के सनसनीखेज हत्याकांड में प्रमुख आरोपी राव राय सिंह (65) ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रात करीब ढाई बजे आरोपी ने बहू सुनीता और उसके किराएदार की पत्नी अनामिका पर गंडासे से कई वार किए। इसके बाद चार घंटों तक दोनों तड़पती रहीं। बाद में जब सिंह ने दोनों को जिंदा पाया तो फिर उन्हें गंडासे से काट कर मार डाला। अनामिका के पति और उसकी बड़ी बेटी को पहले ही मारा जा चुका था। इस हैवानियत में सिंह अकेले नहीं थे। पुलिस के अनुसार, सिंह की पत्नी बिमलेश (58) सब कुछ देख रही थी जब मौत का यह तांडव चल रहा था। पति-पत्नी, दोनों को अरेस्ट कर लिया गया है।

पुलिस को शक, पूरी प्लानिंग के साथ हुए मर्डर

बिमलेश को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है मगर पुलिस ने सिंह को दो दिन की रिमांड पर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक, जिस तरह पूरा घटनाक्रम हुआ, उससे लगता है कि य आवेश में आकर किया गया अपराध नहीं था। सिंह ने कुछ दिन पहले से हत्याओं की प्लानिंग शुरू कर दी थी। उसने पेड़ों की छंटाई करने वाले गंडासे को धार भी दी थी।
पुलिस को दिए बयान में सिंह ने कहा कि उसे इसी साल पता चला कि बहू का कृष्ण तिवारी (किराएदार) के साथ अफेयर था। बुजुर्ग ने दावा किया कि दो मौकों पर- जनवरी में और फिर 21 अगस्त को, दोनों को आपत्तिजनक स्थितियों में देखा। दोनों ही मौकों पर जगह दूसरी मंजिल के क्वार्टर्स रहे जहां कृष्ण और उसका परिवार रहता था।
हालांकि तिवारी परिवार का दावा है कि कृष्ण चार महीने पहले ही सिंह के घर में रहने आया था। सुनीता के परिवार ने आरोप लगाया कि हत्याओं की असल वजह छिपाने के लिए अफेयर की कहानी बुनी गई है। सुनीता के भाई के मुताबिक, एक एकड़ का कोई प्लॉट है जिसपर सिंह की नजरें थीं।
पहले बहू को मारा, फिर किराएदार, उसकी पत्नी और बच्चियों को


पुलिस ने घटनाक्रम का जो ब्यौरा जुटाया है, उसके मुताबिक आनंद (सिंह का बेटा) अपने एक दोस्त के साथ शाम करीब साढ़े छह बजे राजस्थान के लिए निकला। उसकी पत्नी सुनीता और बेटी घर पर ही रहे। रात करीब 2 बजे सिंह ने कथित रूप से सुनीता के बेडरूम का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही उसने दरवाजा खोला, सिंह ने गंडासे से उसपर दनादन वार किए। बिमलेश बालकनी के दरवाजे से बेडरूम में घुसी ताकि सुनीता बाहर न निकल सके।
जब सुनीता खून से लथपथ गिर गई तो पति-पत्नी ने ऊपर का रुख किया। सिंह ने कृष्ण के घर का मेन दरवाजा तोड़ दिया और भीतर घुसा। पहला हमला कृष्ण पर ही हुआ। उसने भागने की कोशिश की मगर सिंह उसे घसीटते हुए वापस कमरे में ले आए और कत्ल कर दिया। अनामिका रहम की भीख मांगती रही मगर अगला शिकार वही बनी। उसकी दोनों बेटियों पर भी हमला हुआ ।
मर्डर कर यूं निकला बाहर जैसे कुछ हुआ ही नहीं


रात करीब ढाई बजे, सिंह अपने घर वापस आए और फिर आनंद को फोन पर हत्याओं के बारे में बताया। फिर उन्होंने कपड़े बदले और खून से सने कुर्ते को धोया। फिर वह अपने रोज के रूटीन पर निकल गए। वापस लौटने पर सुनीता और अनामिका को जिंदा पाया तो दूसरी बार गला रेता। इसके बाद सिंह पुलिस थाने चले गए। एसीपी राजीव कुमार के अनुसार, सिंह ने कहा कि वह सजा भुगतने के लिए तैयार है, उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
गंडासे के साथ जाता दिखा आरोपी राव राय सिंह
