सोनभद्र। दुद्धी विधानसभा क्षेत्र में जंगल की रखात भूमि पर कब्जे की जांच रिपोर्ट एक बार फिर बाहर निकल आई है।जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने एडीएम आशुतोष दुबे से दुद्धी के पूर्व एसडीएम डॉ. विश्राम यादव की ओर से दी गई जांच रिपोर्ट पर अब तक हुई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है। इससे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।

आपको बताते चलें कि 17 मार्च 2016 को दुद्वी के तत्कालीन एसडीएम डॉ. विश्राम यादव ने डीएम को एक जांच रिपोर्ट भेजी थी। जांच रिपोर्ट में कहा गया था कि दुद्धी विधायक द्वारा तुर्रा पिपरी में जंगल रखात खाते की भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान का निर्माण कराया जा रहा है तथा सिंचाई विभाग के आवास पर अवैध रूप से कब्जा कर ताला बंद किया गया है। शिकायत की नायब तहसीलदार से जांच कराई गई। नायब तहसीलदार की आख्या में अवैध कब्जे की पुष्टि की गई थी।

इस जांच आख्या के आधार पर एसडीएम ने डीएम को अपनी रिपोर्ट भेजते हुए कहा था कि विधायक ने अवैध कब्जा कर सरकारी संपत्ति का दुर्विनियोजन किया है। इस मामले में सिंचाई व विद्युत विभाग के जिम्मेदारों की मिलीभगत भी प्रतीत होती है। हालांकि विधायक के खिलाफ रिपोर्ट देने के बाद एसडीएम का गैर जनपद स्थानांतरण हो गया और रिपोर्ट दब गई। अब फिर से एसडीएम की रिपोर्ट पर कार्रवाई हुई या नहीं इसकी जांच शुरू कर दी गई है।इस जांच की वजह से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गयी है।लोग बाग कह रहे हैं कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और जांच का जिन्न भी इसीलिए बाहर आया है ताकि अपने विरोधियों को दबाया जा सके।यह एक तरह का राजनीतिक शिगूफा के शिवाय और कुछ नहीं।

पूर्व एसडीएम डॉ. विश्राम यादव द्वारा विधायक के खिलाफ दिए गए रिपोर्ट के आधार पर अब तक जो कार्रवाई की गई है उस संबंध में एडीएम और दुद्वी एसडीएम से आख्या मांगी गई है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी – अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी सोनभद्र।