अवैध अस्पतालों एवं पैथोलॉजी केंद्रों पर टीम ने मारा छापा, कई सील
सोनभद्र। जिले में चारों तरफ कुकुरमुत्ता की तरह उग आए मानक विहीन चल रहे अवैध अस्पतालों और पैथालाजी केंद्रों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए एक बार फिर से कार्रवाई का डंडा चलते हुए नजर आया है। जिले में संचालित तमाम अस्पतालों तथा पैथोलॉजी सेंटर के संचालन में मानकों का उल्लंघन न हो इसके लिए जिम्मेदार नोडल अधिकारी डॉ. कीर्ति आजाद बिंद के नेतृत्व में निकले जांच दल की जांच की जद में मानक विहीन मिले चार अस्पताल और एक पैथालाजी केंद्र को सील कर दिया गया। इन सभी केंद्रों का संचालन बिना पंजीयन और स्वास्थ्य मानकों के विपरीत हो रहा था।
यहां आपको बताते चलें कि डॉ. कीर्ति आजाद बिंद की अगुवाई वाली जांच टीम ने सबसे पहले घोरावल रोड पर स्थित मिश्रा चिकित्सालय की जांच की, जहां आवश्यक मानक पूरे नहीं मिले। इसके अलावा, रिंकू क्लिनिक, अनन्या पैथालाजी, और पन्नूगंज रोड स्थित श्रीराम पाली क्लीनिक में भी मानक पूरे नहीं पाए गए। इन केंद्रों का पंजीयन भी नहीं कराया गया था, जिसके चलते इन्हें तत्काल सील कर संचालकों को नोटिस जारी की गई।
जांच के दौरान टीम ने बंगाली दवाखाना पर भी छापा मारा, जहां मेडिकल स्टोर के रूप में पंजीकृत होने के बाद भी वहां बाकायदा क्लिनिक का संचालन हो रहा था। इसे गंभीर अनियमितता मानते हुए तत्काल इसे भी सील कर दिया गया और स्पष्टीकरण तलब किया गया है। नोडल अधिकारी डा. कीर्ति आजाद बिंद ने कहा कि बिना पंजीयन और मानकों के विपरीत चल रहे सभी अस्पतालों और पैथालाजी केंद्रों को सील किया गया है। संचालकों को निर्धारित समय सीमा में समुचित जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
यहां आप सब को य़ह भी बताते चलें कि वैसे तो इस तरह की छापामार कार्यवाही कोई पहली बार स्वास्थ विभाग द्वारा नहीं की गई है इस तरह की कार्यवाही अक्सर ही होती रहती है जिसमें मानक विहीन संचालित अस्पतालों व पैथोलॉजी सेंटरों को नोटिस जारी किया जाता रहा है पर इसके बाद सब कुछ ठीक उसी तरह से चलने लगता है जैसे नोटिस या फिर कह लें कि जांच के पहले चल रहा होता है।इसलिए इस तरह की जब भी कोई कार्यवाही होती है तो आम आदमी के जहन में यही सवाल उठता है कि क्या इस बार की भी कार्यवाही पिछली कार्यवाहियों की पुनरावृत्ति भर तो नहीं हैं ?