वहीं जब पत्रकारों ने बताया कि नियम विपरीत कार्यों के चलते सोनभद्र की खदान मज़दूरों की कब्रगाह बनती जा रही है तो इस पर मंत्री महोदय हकलाते हुए गोल मोल जवाब देने लगे। आखिर क्या बात है जो विभाग सीधे सीएम योगी जी के है वह भी लूटमार का अड्डा बन चुके है। खनन विभाग भी अवैध खनन का मरकज़ बना हुआ है। एक करेला और ऊपर से नीम चढ़ा। इस पर भी लगातार मानकों की धज्जियां उड़ाते खनन माफिया सीधे एक ईमानदार सीएम के सामने ताल ठोक रहे हैं और लगातार मज़लूम मज़दूरों को जीते जी मौत के कुंड में धकेलने पर आमादा हैं।
चूंकि मज़दूरों का कोई माई बाप नहीं होता इसीलिए राजनीति के गलियारों से इनकी मौतों की दास्तान उठकर सदन के गलियारों तक नहीं जा पाती। सोनभद्र की खदानों में मौत का अंतहीन खेल लगातार जारी है। सभी मूल समस्याओं को नज़र अंदाज़ करते हुए मंत्री जी का कहना है कि श्रमिकों के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अटल आवासीय विद्यालय योजना का सफलता पूर्वक संचालन किया जा रहा है। उनके बच्चों के उत्थान हेतु स्कूल, कालेज एवं छात्रावास का अधिक से अधिक निर्माण कार्य किया जा रहा है।
श्रमिकों के कल्याण के लिए शासन स्तर से तमाम योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। आने वाले समय में निश्चित ही तस्वीर बदली बदली नज़र आयेगी। मंत्री अनिल राजभर ने निर्माणाधीन अटल आवासीय विद्यालय के निरीक्षण के दौरान ओपी राजभर पर व्यंग्यात्मक लहज़े में कहा कि अब भाजपा के पास कोई वेकेंसी नही है।